क्या संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद एक्टिव रहता है कोरोना?, एम्स के फोरेंसिक प्रमुख ने कही ये बात
By: Pinki Tue, 25 May 2021 8:02:32
कोरोना से मरने वाले व्यक्ति से संक्रमण का कितना खतरा रहता है यह सवाल सबके दिमाग में आता है ऐसे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति की मौत के 12 से 24 घंटे बाद कोरोना वायरस सक्रीय नहीं रहता है। डॉ. गुप्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'मौत के बाद 12 से 24 घंटे के अंतराल में लगभग 100 शवों की कोरोना वायरस संक्रमण के लिए फिर से जांच की गई थी, जिनकी रिपोर्ट नकारात्मक आई। मौत के 24 घंटे बाद वायरस नाक और मुंह की गुहाओं में सक्रिय नहीं रहता है।'
उन्होंने कहा, 'एक संक्रमित व्यक्ति की मौत के 12 से 24 घंटे के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक नहीं होता है।'
पिछले एक साल में एम्स में फोरेंसिक मेडिसिन विभाग में कोविड-19 पॉजिटिव मेडिको-लीगल मामलों पर एक अध्ययन किया गया था। इन मामलों में पोस्टमॉर्टम किया गया था। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पार्थिव शरीर से तरल पदार्थ को बाहर आने से रोकने के लिए नाक और मुंह की गुहाओं को बंद किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर ऐसे शवों को संभालने वाले लोगों को मास्क, दस्ताने और पीपीई किट पहननी चाहिए। डॉ गुप्ता ने कहा,'अस्थियों और राख का संग्रह पूरी तरह से सुरक्षित है, क्योंकि अस्थियों से संक्रमण के फैलने का कोई खतरा नहीं है।'
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मई 2020 में जारी ‘कोविड-19 से हुई मौत के मामलों में मेडिको-लीगल ऑटोप्सी के लिए मानक दिशानिर्देशों’ में सलाह दी थी कि कोरोना से मौत के मामलों में फोरेंसिक पोस्टमार्टम के लिए चीर-फाड़ नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मुर्दाघर के कर्मचारियों के अत्यधिक एहतियात बरतने के बावजूद भी मृतक के शरीर में मौजूद द्रव के संपर्क में आने से इस जानलेवा रोग की चपेट में आने का खतरा हो सकता है।
ये भी पढ़े :